₹500 में पंचकल्याणक कराऊंगा, ₹500 में चातुर्मास कर लूंगा, 500 करोड़ के मंदिर बनने कोई जरूरी नहीं है: मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी

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03 सितम्बर 2022/ भाद्रपद कृष्ण तृतीया /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी / हरि पर्वत आगरा/
निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव तीर्थ चक्रवर्ती108 श्री सुधासागर जी महाराज ने प्रवचन मे कहा
500 करोड़ के मंदिर बनने कोई जरूरी नहीं है। मंदिरों में बोलियां लेना, शांति धारा आगम में, शास्त्रों में कहीं लिखा ही नहीं। आज मैं वायदा करता हूं ₹500 में पंचकल्याणक कराऊंगा, ₹500 में चातुर्मास कर लूंगा। एक नियम आपको लेना पड़ेगा। शादी भी ₹500 में करनी होगी।

पाप सस्ता करो ,संसार सस्ता करो। संसार और पाप महंगा करते जाओगे, हम तुम्हारे गुरु हैं, हमें धर्म को भी महंगा करना पड़ेगा। नहीं करूंगा तो तुम्हारा दुश्मन हूं गुरु नहीं हूं। धर्म हमें बढ़ाना पड़ेगा। तुम शादियों में खर्च बढ़ाते गए हमें पांच कल्यानकों में खर्च बढ़ाना पड़ा। क्योंकि नहीं बढ़ाया जाता तो वह पैसा पाप में चला जाएगा।

जरूरत नहीं है करोड़ों के मंदिर बना रहे हैं। पाँच कल्याणक में में जितना खर्च करते हो जरूरी नहीं है। अगर यह ही आगम और शास्त्रों का सच है तो जो हो रहा है, किसके इशारों पर करवाया जा रहा है वो क्या है? धार्मिक और सांसरिक अनुष्ठानों की तुलना क्यों?धार्मिक क्रियाओं के लिए शर्त कैसी?

बुद्धिजीवियों के लिए चिंतन मनन का ज्वलंत विषय।