मुनि पुंगव श्री सुधा सागरजी के नेतृत्व में चंवलेश्वर के लिये बिजौलिया से चली रथयात्रा गजब ढा रही है, चित्र समेटे नहीं जा रहे, खुशियां बढ़ती जा रही है, जैसे तीर्थंकर समोशरण के लिये चतुर्विध संघ, लालायित हो बढ़ता आ रहा हाथी, घोड़े, रथ, ढोल, नगाड़े, श्रावकों का हजूम – गजब, अद्भुत आश्चर्यजनक, छह दिन में 80 किमी की यात्रा -बिजौलिया से चंवलेश्वर।
गिरनार 5वीं टोंक पर फिर जैन श्रावक की डंडे से पिटाई...
॰ बहुत कर लिया अन्याय और गंडागर्दी, अब नहीं सहेंगे
॰ पुलिस वाले की मौजूदगी में पंडे गाली गलौज-मारपीट करते हैं, प्रशासन चुप रहता है
॰...