यह तीर्थंकर पार्श्वनाथ स्वामी की अनूठी प्रतिमा है जिसमे 1 ही पाषाण में 23 पार्श्वनाथ स्वामी के बिम्ब खुदे है, प्रतिमा जी कर्नाटक के जिनालय में विराजमान है। (SOURCR: SOCIAL MEDIA)
क्या अक्षय तृतीया सिर्फ आहारदान दिवस है? पूर्व में किए गए...
29 अप्रैल 2025 / बैसाख शुक्ल दौज/चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवाधिदेव श्री ऋषभदेव भगवान को वैसाख शुक्ल तृतीय को...