आपको विश्वास नहीं होगा, पर यह सत्य है कि विश्व का एकमात्र जैन सिद्धांत भवन बिहार के आरा में स्थित है , जहां पर १२वीं सदी से 18 वीं सदी तक 10,000 से ज्यादा पांडुलिपिया सुरक्षित व संग्रहित है। इतने मूल दस्तावेज, कहीं और संग्रहित नहीं किए हुए हैं।
क्या अक्षय तृतीया सिर्फ आहारदान दिवस है? पूर्व में किए गए...
29 अप्रैल 2025 / बैसाख शुक्ल दौज/चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवाधिदेव श्री ऋषभदेव भगवान को वैसाख शुक्ल तृतीय को...