05 जून 2025 / जयेष्ठ शुक्ल दशमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/ शरद जैन /
विश्वास नहीं होगा, पर सच है कि आशिकी का एकतरफा भूत इतना सिर चढ़कर बोलेगा कि प्यार में पागल, जिसको चाहता है, चाहे एकतरफा ही क्यों ना हो, उसकी चाकुओं से गोद कर निर्मम हत्या कर देगा और फिर शव को जलाने की असफल कोशिश करेगा।
ऐसा ही हुआ जहांगीरपुरी में रहने वाली 18 वर्षीय महक जैन के साथ, जो दिल्ली विश्वविद्यालय बीए इंग्लिश (आनर्स) के साथ कोरियन भाषा भी सीख रही थी। उसके पीछे पड़ गया कुछ महीनों से डीयू के ओपन लर्निंग के बी.काम पहले वर्ष का अर्शकीरत सिंह।
अर्शकीरत उससे एकतरफा प्यार करता था, परिजनों के कहने के बाद कुछ माह पूर्व ही महक जैन ने अर्शकीरत से दूरी बना ली थी। अर्शकीरित महक के दूसरे लड़कों से बातचीत करने से ही ईर्ष्या से भर जाता था और यही कारण बन गया महक की हत्या का सिरफिरे आशिक के द्वारा।
महक के पिता और बहन का कहना है कि आरोपी उसे तब ज्यादा परेशान करने लगा, जबसे महक ने उससे बात करना बंद कर दिया। दोनों ही स्कूल आॅफ ओपन लर्निंग की अलग-अलग कक्षा में पढ़ते थे।
रविवार, एक जून को सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर महक अपनी मां को क्लास में जाने का कहकर गई और वापस नहीं लौटी। हां, दोपहर के लगभग महक ने मां को सूचना दी थी कि वह जल्द वापस आ जायेगी, पर नहीं आई।
तभी दोपहर में अर्शकीरत के पिता का फोन आता है कि संजय वन में उनके बेटे पर उनकी बेटी ने चाकू से हमला कर दिया है और उनका बेटा पीतमपुरा के अस्पताल में भर्ती है। जहां पीड़िता की बहन उसकी जानकारी लेने की कोशिश में थी, वहां उसे यह सुनने को मिला। माता-पिता ने संजय वन के आसपास कई जगह बेटी को ढूंढा, पर कहीं पता नहीं चला। उन्हें लगा कि आरोपी से संबंध ठीक नहीं रहे हैं, हो सकता है, उसी ने उसका अपहरण कर लिया हो, इसी आशंका के साथ वे डीसीपी (दक्षिण) अंकित चौहान के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंचे।
पुलिस ने संजय वन की सीसीटीवी फुटेजको खंगालना शुरू किया तो पता चला कि रविवार को सुबह 8.30 बजे अर्शकीरत ने वहां प्रवेश किया और लगभग पौने दस बजे महक भी वहां पहुंची। लगभग पौने एक बजे अर्शकीरत वहां से बाहर जाता दिखा, पर शाम 4 बजे तक महक नहीं दिखी। डीसीपी ने अर्शकीरत को फुटेज के आधार पर पकड़ा, पहले ना-नुकुर के बाद उसने अपना अपराध स्वीकार लिया। उसने बताया कि वह महक का दूसरे लड़कों से बातचीत करना से जलन होती थी, इसी बात पर उसने उसकी चाकुओं से वार कर हत्या कर दी। यही नहीं, उसके बाद उसने शव को जलाने की भी कोशिश की।
जब आरोपी, महक पर चाकू से हमले कर रहा था, तब उसने बचाव की काफी कोशिश की, शायद उसने उसे धक्का भी दिया, पर वह अपने को बचा नहीं पाई।
महक के पिता ने बताया कि एक बार तो अर्शकीरत उसकी कोरियन क्लास में पहुंच गया, और वहां बहस करने के साथ, उसका हाथ मरोड़ दिया। रविवार को भी उसने एक फेक सोशल मीडिया आईडी से उसे संजय वन बुलाया था, वह आईडी, उसके जानने वाले के नाम थी, इसी भरोसे, से वो वहां चली गई।
घटनास्थल से हथियार सहित कई अन्य सबूत पुलिस ने जुटाये हैं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस की जांच आगे बढ़ेगी।
सोमवार को जांच के बाद पुलिस ने 3 टीम बनाई थी, औरअर्श को रानीबाग से हिरासत में लिया था। उसकी निशानदेही पर महक का अधजला हुआ शव संजय वन से बरामद किया गया।
पूरी जानकारी चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड नं. 3359 में देख सकते हैं।
चैनल महालक्ष्मी चिंतन : कभी फुसलाकर, कभी धमकाकर, कभी अन्य प्रलोभनों के साथ जैन बेटियों पर इस तरह के घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। ऐसे में जहां अपने संस्कारों के प्रति जागरूकता वहीं परिजनों की भी उसके व्यवहार में अचानक होते परिवर्तन पर, जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। जरा-सी चूक खतरनाक बन जाती है, जैसे महक के केस में।