परम पूज्य गणिनी प्रमुख आर्यिका १०५ श्री सुपार्श्वमति माताजी की शिष्या आर्यिका १०५ श्री गरिमामति माताजी की शिष्या यम सल्लेखना धारी आर्यिका१०५ रजतमती माताजी का देवलोक गमन (स्वर्गारोहण) ९१वर्ष की आयु में ०८:४८वजे दिनांक 12 दिसम्बर 2020 मार्गशीर्ष तेरस बरपेटा रोड में हो गया है
क्या अक्षय तृतीया सिर्फ आहारदान दिवस है? पूर्व में किए गए...
29 अप्रैल 2025 / बैसाख शुक्ल दौज/चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवाधिदेव श्री ऋषभदेव भगवान को वैसाख शुक्ल तृतीय को...