वैज्ञानिक संत आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज जी से दीक्षित मुनि श्री हर्ष दत्त सागर जी महाराज का 8 जनवरी 10:00 बजे सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण आचार्य श्री के पूरे संघ के सानिध्य में णमोकार मंत्र सुनते हुए हो गया है ठीक 1:00 बजे दमोह मैं जबलपुर नाका मंदिर से डोली यात्रा प्रारंभ हुई जो विद्यासागर गौशाला जटाशंकर पहुंची वहां अंतिम क्रिया मंत्रों सहित की गई, बहुत बड़ी संख्या में भक्त गण उपस्थित रहे डोली यात्रा के पूर्व आचार्य संघ का मंगल आशीर्वचन हुआ.
क्या अक्षय तृतीया सिर्फ आहारदान दिवस है? पूर्व में किए गए...
29 अप्रैल 2025 / बैसाख शुक्ल दौज/चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर देवाधिदेव श्री ऋषभदेव भगवान को वैसाख शुक्ल तृतीय को...