जिन्होने जन जन को तारने के लिऐ आ. सौभाग्य सागर जी महाराज जैसे संत को जन्म दिया अव वह खुद मनुष्य जीवन के सार समाधी मरण की और अग्रसर

0
1529

09 फरवरी 2023/ फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
( बेला जी ) रेखा जैन ने संसार की असारता को जान स्वास्थ खराब होने पर जब परिवार जन अस्पताल ले गऐ तो उन्होने तुरंत कहॉं मेरे पुत्र ने दीक्षा लेकर जन जन का कल्याण किया है और मैं दिन रात मेरे स्वामी मैं भावना यह भाव देहांत के समय में तुमको ना भूल जाउ यह भावना भाती हू और मुझे भी अपना जन्म सार्थक करना है

इसलिऐ बेला जी में विराजमान परम पूज्य बुंदेलखंड केसरी आचार्य श्री सिद्धांत सागर जी महाराज के चरणो में जाकर भावना भाई और कहॉ हे गुरूवर आपने मेरे पुत्र को दीक्षित करके आ.सौभाग्य सागर जी बनाकर उनका जन्म सार्थक कर दिया आज में आपके चरणो में आई हुँ निवेदन कर रही हू कि आप मेरा भी जीवन को सार्थक करे और मेरा मरण समाधीमरण पूर्वक कराऐ और गुरूवर आ.सिद्धांत सागर जी महाराज ने रेखा जी की भावना को सुना और उनके जीवन की रेखा बदलकर उन्हे संसार से सन्यास की यात्रा पर ले गऐ और श्री 1008 पदमप्रभु भगवान के मोक्ष कल्याणक के अवसर पर ( 9 फरवरी ) को दीक्षित करके उनको आर्यिका सर्वश्रेष्ठमति जी कहकर पुकारा

जय बोलो जैन धर्म की जय
जय बोलो आ.सिद्धांत सागर जी महाराज की जय
जय बोलो आ. सौभाग्य सागर जी महाराज की जय
जय बोलो आर्यिका सर्वश्रेष्ठमति जी की जय

सौभाग्य संस्कार ट्रस्ट दिल्ली